Delay in Period in Girls: आजकल की इस भाग दौड़ भरी जिंदगी में इतनी ज्यादा तनाव लेने के कारण फास्ट फूड खाने के कारण और भी आज की बदली भी लाइफ स्टाइल के कारण लड़कियों में एक काम समस्या देख जा रही है जो कि है उनकी पीरियड में देरी होना। आजकल की लड़कियों में महिलाओं में पीरियड में अनियमियता बहुत ज्यादा देखने को मिल रही है यह अनियमियता कई सारी कारणों से हो सकता है। आज हम इस पोस्ट के माध्यम से जानेंगे किन कर्म से होती है पीरियड में देरी और इसको सही करने के लिए कुछ घरेलू और बहुत ही कारगर उपाय।
NOTE :- अगर आप प्रेग्नेंट है तो इन सब चीजों को करने से बचें अन्यथा आपका गर्भपात भी हो सकता है.
अगर आप बाल झड़ने से परेशान हैं, तो इस लेख को ज़रूर पढ़ें।
पीरियड में देरी के क्या होते हैं कारण ? (Delay in Period Causes)
पीरियड में देरी होने के कई सारे कारण हो सकते हैं इनमें से कुछ कर्म को हम नीचे मेंशन कर दे रहे हैं इसके अलावा भी आपके दूसरे कारण हो सकते हैं।
- गर्भावस्था (Pregnancy): अगर आप सक्रिय रूप से यौन संबंध बना रही हैं और मासिक धर्म में देरी हो रही है, तो सबसे पहले गर्भावस्था की संभावना को जांचना चाहिए।
- तनाव (Stress): उच्च स्तर का मानसिक या शारीरिक तनाव हार्मोनल संतुलन को प्रभावित कर सकता है, जिससे मासिक धर्म में देरी हो सकती है।
- वजन में परिवर्तन (Weight Changes): तेजी से वजन घटने या बढ़ने से भी मासिक धर्म चक्र प्रभावित हो सकता है। बहुत अधिक वजन या बहुत कम वजन होना भी एक कारण हो सकता है।
- बहुत अधिक व्यायाम (Excessive Exercise): अत्यधिक शारीरिक व्यायाम भी मासिक धर्म चक्र को अनियमित कर सकता है।
- पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम (PCOS): यह एक हार्मोनल विकार है जिसमें अंडाशय में छोटी-छोटी सिस्ट बन जाती हैं और इससे मासिक धर्म चक्र अनियमित हो सकता है।
- थायरॉयड समस्याएं (Thyroid Problems): थायरॉयड ग्रंथि का अत्यधिक सक्रिय या कम सक्रिय होना मासिक धर्म में देरी का कारण बन सकता है।
- हार्मोनल असंतुलन (Hormonal Imbalance): शरीर में हार्मोनों का असंतुलन भी मासिक धर्म को प्रभावित कर सकता है।
- दवाइयों का प्रभाव (Medication): कुछ दवाइयाँ, विशेषकर गर्भनिरोधक गोलियाँ या अन्य हार्मोनल उपचार, मासिक धर्म चक्र को प्रभावित कर सकती हैं।
- परिवर्तनशील दिनचर्या (Changing Schedules): कार्य या नींद की दिनचर्या में बड़े बदलाव भी मासिक धर्म चक्र को प्रभावित कर सकते हैं।
- रजोनिवृत्ति (Menopause): 45-55 वर्ष की आयु के आसपास रजोनिवृत्ति का समय होता है, जब मासिक धर्म धीरे-धीरे बंद हो जाते हैं।
पीरियड में देरी के लिए घरेलु नुख्से
पीरियड में देरी के लिए घरेलु नुख्सा 1 – जीरा पानी
जीरा पानी (Cumin Water) पीरियड में देरी के लिए एक लोकप्रिय घरेलू नुस्खा है। यहाँ इसे बनाने और उपयोग करने का तरीका बताया गया है:
जीरा पानी बनाने की विधि:
- सामग्री:
- 2 चम्मच जीरा (Cumin seeds)
- 1 गिलास पानी
- विधि:
- एक गिलास पानी में 2 चम्मच जीरा डालें।
- इसे रातभर के लिए भिगोकर रखें।
- सुबह इस पानी को छानकर पी लें।
जीरा पानी के फायदे:
- हार्मोनल संतुलन: जीरे में एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो हार्मोनल संतुलन को बनाए रखने में मदद करते हैं।
- पाचन में सुधार: यह पाचन तंत्र को मजबूत करता है, जिससे शरीर में विषैले पदार्थों का निकास सुचारू रूप से होता है।
- मासिक धर्म चक्र को नियमित करना: जीरा पानी मासिक धर्म चक्र को नियमित करने में मदद करता है और पीरियड्स को समय पर लाने में सहायक होता है।
उपयोग के तरीके:
- इस पानी को रोज़ सुबह खाली पेट पिएं। इसे पीने से मासिक धर्म में देरी की समस्या को दूर करने में मदद मिल सकती है।
- इसे लगातार कुछ दिनों तक पीने से लाभ महसूस हो सकता है।
सावधानियाँ:
- अगर आपको जीरे से एलर्जी है, तो इसका उपयोग न करें।
- यदि आपके पीरियड्स में लगातार देरी हो रही है, तो डॉक्टर से परामर्श अवश्य लें। घरेलू नुस्खे अस्थायी राहत दे सकते हैं, लेकिन चिकित्सा परामर्श आवश्यक हो सकता है।
जीरा पानी एक सुरक्षित और प्राकृतिक उपाय है, लेकिन किसी भी समस्या के लिए नियमित चिकित्सा सलाह लेना महत्वपूर्ण है।
पीरियड में देरी के लिए घरेलु नुख्सा 2 – कच्चा पपीता
कच्चा पपीता एक पारंपरिक घरेलू उपाय है जो मासिक धर्म को समय पर लाने में मदद कर सकता है। यह उपाय विशेष रूप से उन महिलाओं के लिए उपयोगी हो सकता है जिनके पीरियड्स में देरी हो रही हो।
कच्चा पपीता का उपयोग
सामग्री:
- कच्चा पपीता
विधि:
- कच्चा पपीता का सेवन: कच्चे पपीते का सेवन मासिक धर्म को नियमित करने में सहायक हो सकता है। इसे कच्चा ही खाएं या इसका जूस बनाकर पिएं।
- आप कच्चे पपीते को कद्दूकस करके सलाद में शामिल कर सकते हैं।
- पपीता का जूस बनाकर पी सकते हैं।
कैसे काम करता है:
- कच्चे पपीते में कैरोटीन होता है जो एस्ट्रोजन हार्मोन के स्तर को बढ़ाने में मदद करता है। यह गर्भाशय की मांसपेशियों को उत्तेजित करता है, जिससे मासिक धर्म आने की प्रक्रिया तेज होती है।
उपयोग करने का समय
- पीरियड्स की देरी के समय कच्चे पपीते का सेवन दिन में दो बार करें, सुबह और शाम।
- ध्यान रखें कि इसे गर्भावस्था के दौरान न लें, क्योंकि यह गर्भाशय के संकुचन को उत्तेजित कर सकता है।
अन्य सुझाव
- हाइड्रेशन: पर्याप्त पानी पिएं। यह आपके शरीर को हाइड्रेटेड रखने और हार्मोनल संतुलन बनाए रखने में मदद करता है।
- व्यायाम: नियमित व्यायाम करें, क्योंकि यह रक्त परिसंचरण में सुधार करता है और तनाव को कम करता है।
- संतुलित आहार: अपने आहार में पोषक तत्वों को शामिल करें जैसे कि फल, सब्जियाँ, और संपूर्ण अनाज।
कच्चा पपीता एक सुरक्षित और प्राकृतिक उपाय है, लेकिन यदि पीरियड्स में लगातार देरी हो रही है, तो एक डॉक्टर से परामर्श करना महत्वपूर्ण है।
Disclamer :
इस वेबसाइट पर दी गई जानकारी केवल सामान्य जानकारी और शिक्षा के उद्देश्य से है। यह किसी भी प्रकार की चिकित्सीय सलाह, निदान, या उपचार का विकल्प नहीं है। हमेशा अपने चिकित्सक या अन्य योग्य स्वास्थ्य सेवा प्रदाता की सलाह लें यदि आपको किसी चिकित्सीय स्थिति के बारे में कोई प्रश्न हो या आपको स्वास्थ्य संबंधी कोई समस्या हो।
महत्वपूर्ण नोट:
- कच्चे पपीते और अन्य घरेलू उपायों का उपयोग करते समय सावधानी बरतें।
- गर्भवती महिलाएं और जो महिलाएं गर्भवती होने की कोशिश कर रही हैं, उन्हें इन उपायों का उपयोग करने से पहले अपने डॉक्टर से परामर्श लेना चाहिए।
- यदि आपकी पीरियड्स में लगातार देरी हो रही है या कोई अन्य गंभीर समस्या है, तो तुरंत चिकित्सा सलाह लें।
- किसी भी नए आहार या घरेलू उपाय को अपनाने से पहले अपने स्वास्थ्य सेवा प्रदाता से परामर्श करें, विशेष रूप से यदि आपके पास कोई चिकित्सा स्थिति है या आप कोई दवा ले रहे हैं।
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FAQs on delay in Period
पीरियड में कितने देरी से कोई दिक्कत नहीं है?
यदि पीरियड्स 6 से 10 दिनों तक देरी से आते हैं, तो यह कुछ महिलाओं के लिए सामान्य हो सकता है, लेकिन अगर यह बार-बार होता है, तो स्वास्थ्य जांच करवाना बेहतर हो सकता है।
क्या 10 दिन पीरियड का लेट आना नार्मल है?
यदि पीरियड्स 10 दिनों से अधिक देरी से आते हैं, तो यह असामान्य हो सकता है और इसके पीछे किसी चिकित्सा समस्या का संकेत हो सकता है।